भारतीय रियल एस्टेट में अगर आप लंबे समय तक निवेश करना चाहते है तो भारतीय रियल एस्टेट आप के निवेश के लिए उत्तम है। भारतीय रियल एस्टेट में आप लंबी अवधि में निवेश कर के अच्छा धन सृजन कर सकते है। भारतीय रियल एस्टेट में निवेश करने से पहले सावधानी पूर्वक योजना बनाने की जरुरत है जिससे आप अपने जोखिम को कम एवं लाभ को अधिक कर सकें। भारत में बहुत तेजी से विकसित हो रहा है इसलिए आप को देश के ट्रेंड के साथ चलना होगा।
आज भारतीय रियल एस्टेट का स्वर्णिम युग शुरू हो चुका है क्योंकि रियल स्टेट के लिए सबसे जरूरी होता है चहुमुंखी विकास जो कि जो कि भारत में बहुत तेजी से हो रहा है आज भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है भारत का इन्फ्राट्रक्चर पहले से बहुत मजबूत हो गया है। भारत देश अब बदल गया है बदलते भारत की तस्वीर आप को भारतीय रियल एस्टेट में माला माल बना देगा।
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल, विभिन्न तरह के संसाधन का उपयोग, फैक्ट्री का लगना, फैक्ट्री का विस्तार होना रियल स्टेट के लिए पौधे में खाद और पानी की तरह काम करता है जितना मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर होगा उतना अच्छा रियल स्टेट का विकास होगा।
पिछले कुछ वर्षों को देखा जाए तो लोग भारतीय रियल एस्टेट में निवेश करने के लिए लोग जागरूक हो चुके हैं और जागरूकता ही रियल एस्टेट के लिए स्वर्णिम युग है आज हर कोई जान चुका है कि भूमि में निवेश ही सुरक्षित एवं संरक्षित है।
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भारतीय रियल एस्टेट में निवेश करने का रोड मैप –
Table of Contents
अपने निवेश के उद्देश्यों को निर्धारित करें
जिस प्रकार बिना उद्देश्य के कोई कार्य सफल नहीं होता उसी तरह से निवेश करने का उदेश्य निर्धारित करना होगा। भारतीय रियल एस्टेट में निवेश करने से पहले, आपको अपने निवेश के उद्देश्यों को निर्धारित करने की आवश्यकता है, आप निर्धारित करें की आप क्या चाहते है जैसे कि पूंजी में वृद्धि, नियमित किराये की आय, या दोनों का संयोजन।
मार्केट रिसर्च करें
अक्सर देखा गया है की 80 % लोग बिना मार्केट रिसर्च के निवेश करंट जो की गलत है आप को मौजूदा ट्रेंड, डिमांड, सप्लाई और प्राइसिंग सहित भारतीय रियल एस्टेट मार्केट पर पूरी तरह से नज़र रखना होगा, एवं निवेश से जुड़े सरकारी नियमों और नीतियों पर निरंतर ध्यान देना होगा।
सही स्थान का चुनाव
अब आप अपने निवेश उद्देश्यों और रिसर्च के आधार पर उन शहरों या क्षेत्रों की पहचान करें जहाँ आप निवेश करना चाहते हैं। परन्तु वहा मौजूद मूलभूत सुविधाओं का विशेष रखे जैसे – उच्च विकास क्षमता, अच्छी कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे, और स्वस्थ आपूर्ति आदि।
संपत्ति के प्रकार पर निर्णय लें
स्थान का चुनाव करने के पश्चात आप निर्णय ले की आप किस प्रकार की संपत्ति सही है जैसे – आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक सहित विभिन्न संपत्ति प्रकारों में से चुन सकते हैं। आवासीय संपत्तियां दीर्घावधि (long term ) पूंजी वृद्धि के लिए सही है, जबकि वाणिज्यिक संपत्तियां नियमित किराये की आय उत्पन्न करने के लिए सही है।
डेवलपर की साख (गुडविल) की जांच करें
नई संपत्ति में निवेश करते समय, डेवलपर के प्रसिद्धि (रेपुटेशन) की जांच करना महत्वपूर्ण है, इस के लिए आप उनके पुराने ग्राहक से मिल सकते है आस – पास के लोगो से भी जान सकते है आप को उनका ट्रैक रिकॉर्ड, प्रतिष्ठा और वित्तीय स्थिरता के साथ – साथ आप डेवलपर के प्रोजेक्ट डिलीवरी ट्रैक रिकॉर्ड, निर्माण गुणवत्ता और बिक्री के बाद की सेवा पर भी विचार करें।
संपत्ति का मूल्यांकन करें
निवेश का निर्णय लेने से पहले संपत्ति का अच्छी तरह से मूल्यांकन करें, जिस से आप को उस का सही मूल्य पता चल सकें। इस के लिए आप उस स्थान पर उपलब्ध सुविधाएं, आकार और स्थिति शामिल के साथ संपत्ति की किराये की क्षमता और निवेश पर अपेक्षित रिटर्न पर भी विचार करें।
धन की व्यवस्था करें
अपने निवेश के लिए धन की व्यवस्था करें, इस के लिए आप अपने स्वयं के धन के माध्यम से या किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से ऋण के माध्यम से कर सकते है। आप ऋणदाता चुनने से पहले ब्याज दरों, प्रोसेसिंग फीस और पुनर्भुगतान शर्तों की तुलना करें, देखे की आप को मिलने वाला लाभ ऋण से कम तो नहीं है
कागजी कार्रवाई पूरी करें
भारतीय रियल एस्टेट में जब आप संपत्ति और धन की पूर्ति को अंतिम रूप दे देते हैं, तो बिक्री विलेख, पंजीकरण और स्वामित्व के हस्तांतरण (रजिस्ट्री) सहित आवश्यक कागजी कार्रवाई जरूर पूरी करें।
संपत्ति का प्रबंधन करें
यदि आप किराये की संपत्ति में निवेश कर रहे हैं, तो आपको संपत्ति का प्रबंधन करना होगा, जिसमें किरायेदारों को ढूंढना, किराया एकत्र करना और संपत्ति का रखरखाव करना जरुरी है।
धैर्यवान और यथार्थवादी बनें
भारतीय रियल एस्टेट में निवेश करने के लिए धैर्य और दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य की आवश्यकता होती है। जल्दी लाभ या रातोंरात उच्च रिटर्न की अपेक्षा न करें। इसके अलावा, जोखिमों और रिटर्न के बारे में यथार्थवादी बनें और जितना आप खो सकते हैं उससे अधिक निवेश न करें।
अगर आप के पास ज़्यादा धन नहीं है तो आप रियल एस्टेट में REIT ( Real Estate Investment Trust रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (REIT आरईआईटी) के माध्यम से भी निवेश कर सकते है। REIT एक पेशेवर रूप से प्रबंधित निवेश फंड है जो आय पैदा करने वाली अचल संपत्ति संपत्तियों में निवेश करता है। आरईआईटी में निवेश भारतीय रियल एस्टेट बाजार में कम जोखिम और उच्च तरलता के साथ एक विविध लाभ प्रदान कर सकता है।
आप यह ध्यान रखें की बिना जानकारी के निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए निवेश करने से पहले किसी वित्तीय सलाहकार या रियल एस्टेट विशेषज्ञ से परामर्श जरूर करें।
अगर आप भूमि में निवेश करना चाहते हैं तो भारतीय रिलेस्टेट से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर ।
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