बदलते परिवेश के अनुसार 9 बेस्ट ट्रेंडिंग प्लांट्स जो आप के लाइफ को सकारात्मक ऊर्जा से भर देंगे। मुझे जानकार अच्छा लगा की आप को बदलते परिवेश के अनुसार पौधे पसंद है और आप महंगे सजावटी सामान की जगह अच्छे हाउस प्लांट खरीदने की आदत डाल लें तो आप कई फायदे एक साथ ले सकते है। आप का घर तो आकर्षक लगेगा और शुद्ध वातावरण का एहसास भी महसूस कर सकते है -और घर में सकारात्मकता तभी संभव है जब हम प्रकृति को करीब महसूस करते है।पेड़-पौधे, फूल-पत्तियां, शुद्ध हवा हमें बहुत खुशियां देती है वास्तव में देखा जाये तो खुशी प्रकृति की देंन है परन्तु हम उसे लेने में पीछे रह जाते है – आप को यह ब्लॉग पूरा पढ़ना चाहिए ताकि आप पौधो के महत्त्व को गहराई से जाने और खुशहाल जीवन को और कदम बढ़ाये I
- Green Tulsi (ग्रीन तुलसी )
- लेमनग्रास
- मनी प्लांट
- लकी बम्बू (Lucky Bamboo )
- एरेका पाम Areca Palm
- रोजमैरी(Rosemary)
- स्नेक प्लांट (Snake Plant)
- एलोवेरा (Aloe Vera)
Green Tulsi (ग्रीन तुलसी )
तुलसी का पौधा औषधिये गुण से परिपूर्ण पौधा है और यह वैदिक काल से भारतीय घरों के आंगन की सोभा बढ़ता रहा है यह ऐसा पौधा है जो हर हिन्दू के घर में मिल सकता है कारण इस में मौजूद औषधि गुण जो इसे देवी का रूप प्रदान करती है। आज कल यह हर घर के बालकनी में आप को मिल जायेगा मात्र लगा लेने से ही यह आप को कई फायदे देता है लेकिन आप इसे मात्र पूजा हेतु न लगाए अधिक मात्रा में लगा कर इस से अनेको लाभ पा सकते है बस आप को इस की ख़ूबसूरती के लिए देखभाल बढ़िया सेकरना होगा और आप पाएंगे कि इस से बेहतरीन पौधा कोई नहीं हो सकता है।
तुलसी के कुछ औषधिये उपयोग
- सुबह -सुबह नियमित रूप से तुलसी की पत्तियां खाने से आप विभिन्न रोगो से मुक्ति पा सकते है –
- आयुर्वेद के अनुसार रोजाना सुबह-सुबह तुलसी की 4-5 ताज़ी पत्तियां तोड़कर चबाकर खाना से आप विभिन्न बीमारियों को दूर रख सकते एवं ठीक कर सकते है कोविड-19 जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव में मददगार है।
- तुलसी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करती है।
- नियमित रूप से पत्तियां खाने से कफ संबंधी समस्याओं जैसे कि अस्थमा, जुकाम आदि में आराम।
- डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने में भी मदद करता है।
- सांप काटने पर तुलसी का उपयोग – 5-10 मिली तुलसी-पत्र-स्वरस को पिलाने से तथा इसकी मंजरी और जड़ों को पीसकर सांप के काटने वाली जगह पर लेप करने से सर्पदंश की पीड़ा में लाभ मिलता है। अगर रोगी बेहोश हो गया हो तो इसके रस को नाक में टपकाते रहना चाहिए।
- साँसों की दुर्गन्ध को दूर करने में सहायक होती है
- रक्त को शुद्ध करता है – यदि तुलसी के अर्क का सेवन किया जाए तो यह रक्त शुद्ध – साफ़ करता है और त्वचा संबंधित परेशानियों को दूर करने में सहायक होता है|
- टाइफाइड का बुखार- अगर आप टाइफाइड से पीड़ित हैं तो तुलसी-मूल-क्वाथ को 15 मिली की मात्रा में दिन में दो बार पियें। तुलसी अर्क के फायदे से टाइफाइड का बुखार जल्दी ठीक होता है।
- नपुंसकता जड़ से सही करें – तुलसी बीज चूर्ण अथवा मूल चूर्ण में बराबर की मात्रा में गुड़ मिलाकर की मात्रा में, गाय के दूध के साथ लगातार एक माह या छह सप्ताह तक लेते रहने से नपुंसकता में लाभ होता है।
- तुलसी की पत्तियां कान के दर्द और सूजन से आराम दिलाने में भी असरदार है।
- दिमाग तेज करता है – इसके रोजाना सेवन से मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ती है और याददाश्त तेज होती है। इसके लिए रोजाना तुलसी की 4-5 पत्तियों को पानी के साथ निगलकर खाएं।
विस्तार में जानने के लिए आगे पढ़े – https://www.1mg.com/hi/patanjali/tulsi-benefits-in-hindi
लेमनग्रास
लेमनग्रास दिखने में साधारण घास लगती है, लेकिन यह शरीर के लिए बड़े काम की है। नींबू की महक के कारण इसकी महत्ता बहुत बढ़ जाती है। इस जड़ी-बूटी में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक हैं।
बदलते परिवेश के अनुसार इसका इस्तेमाल नर्वस सिस्टम, त्वचा और इम्यून सिस्टम के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके सेवन से टाइप-2 डायबिटीज, मोटापा, कैंसर, पेट संबंधी बीमारियां, नींद न आने की बीमारी इनसोम्निया और सांस संबंधी बीमारियों से दूर रहने में मदद मिलती है।
नींबू की सुगंध वाली यह घास एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेंटरी, एंटी-सेप्टिक और विटामिन सी से भरपूर है जो रोगों से लड़ने की क्षमता पैदा करती है। इसमें कई पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल, पोटैशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, मैंगनीज, विटामिन बी-6, विटामिन सी, विटामिन ए आदि पाए जाते हैं।
नींबू की सुगंध वाली लेमनग्रास का इस्तेमाल चाय बनाने में कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल सूप बनाने में भी हो सकता है। इसका पेस्ट सब्जियों में इस्तेमाल कर सकते हैं।
मनी प्लांट
बदलते परिवेश के अनुसार पौधो की बात हो और मनी प्लांट का जिक्र न हो तो कुछ अधूरा सा लगता है एक ऐसा पौधा जिसे आप का प्यार एवं पानी चाहिए और यह आप के घर मे पॉज़िटिव एनर्जी, समृद्धि और गुड लक लाने के लिए सदैव तत्पर है, और नासा द्वारा हवा को शुद्ध करने वाले पौधों की लिस्ट मे मनी प्लांट भी शामिल है जिसको लगाने से जहरीली गैसे खत्म हो जाती हैं और घर मे ऑक्सीज़न का flow बढ़ता है । आप को बाता दे मनी प्लांट के बहुत सारे कलर एवं वैराइटी के आते है जिनमे से कुछ आप को आसानी से मिल जायेंगे कुछ के लिए आप को अच्छी पौधशाला में तलाश करना पड़ेगा। मनी प्लांट को आप बहुत सारे तरीकों से लगा सकते है बस उसे पानी मिलना चाहिए और अपनी क्रिएटिविटी निखार सकती है।
लकी बम्बू (Lucky Bamboo )
लकी बम्बू (Lucky Bamboo ) सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक, माना जाता है ये लकी बम्बू (भाग्यशाली बांस) बांस जैसे ही देखने में लगते है परंतु इसे सजावट हेतु इस्तेमाल करने के लिए नर्सरी में खास तरीके के उगाया जाता है ये अक्सर आप को नर्सरी में देखने को मिल जायेंगे आज कल ये विभिन्न रंगो में भी देखने को मिल जाते है, यह खूबसूरत पौधा आप अपने स्टडी टेबल , या ऑफिस के टेबल पर रख सकते है , अगर आप इसे बड़ा करना चाहते है तो मिट्टी में बहार के गार्डन में भी लगा सकते है, लेकिन अगर अंदर लगाना है तो इसे पानी और कंकड़ से भरे गिलास फूलदान में उगाते हैं। इस पौधे को तेज रोशनी में और पानी से बहुत जल्दी बढ़ता है , इस लिए आप इसे काम रोशनी में रखें।
एरेका पाम Areca Palm
इनडोर प्लांट के बारे में सोचते ही एक खूबसूरत गाढ़े हरे रंग के पौधे का ख्याल आता है जो लम्बी पंख रूपी पौधे जैसा दीखता है यही पौधा एरेका पाम है इसे विभिन्न नामो से भी जाना जाता है जैसे गोल्डन केन पाम, येलो पाम, बटरफ्लाई पाम, एरेका पाम की 50 से भी अधिक प्रजातियां पाई जाती है, इस पौधे का उम्र लगभग 10 वर्ष का होता है, एक पौधा लगाने के बाद आप खुद नया पौधा तैयार कर सकते है, पौधा लाये है एक दो साल बाद उसी में से पौधे को दो भागों में बाट दे और नए गमले दें।
एरेका पाम अच्छा दिखने में साथ – साथ घर के वातावरण को भी शुद्ध करता है,
कुछ महत्त्वपूर्ण लाभ –
यह पौधा घर में नमी को बढ़ता है
यह फेफड़ो को नुकसान पहुंचने वाली गैसे जैसे फार्मेल्डिहाइड, जाइलीन, कार्बन मोनोऑक्साइड, टॉलूईन, और नाइट्रोजन ऑक्साइड को सोख लेता है।
सूक्षम कणों को ख़त्म कर हवा को शुद्ध बनता है।
इस पौधे को बहुत कम देख भाल की जरुरत होती है हफ्ते में एक से दो बार पानी दाल सकते है, सीधी सूर्य की किरणे न पड़ने दें।
रोजमैरी(Rosemary)
रोजमेरी एक ऐसा पौधा है जिसके कई स्वास्थ्यवर्धकगुण पाए जाते है। इसे गुलमेंहदी के नाम से भी जाना जाता है, इस वैज्ञानिक नाम रोजमारिनस ऑफिसिनैलिस (Rosmarinus officinalis) है, यह पौधा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है क्योंकि यह हानिकारक विषाक्त पदार्थों और अन्य प्रकार की अशुद्धियों को खत्म करके हवा को शुद्ध करता है और आपके घर को ताजा रखता है। इसकी सुगंध इतनी मनमोहक होती है कि आप के सोचने व् याददाश्त की क्षमता को बढ़ता है, रिसर्च से पता चला है यह पौधा पास होने से मस्तिष्क में एसेटीकोलिन (Acetylcholine) नामक केमिकल का रिसाव होने लगता है, जिस से मस्तिष्क एक्टिव हो जाती है। अन्य लाभ यह है की यह पौधा-
त्वचा में एलर्जी से राहत
सिरदर्द में आराम
पेट में दर्द आराम
सीने में जलनकरती है,और चिंता को कम करती है।
इस तरह के कई फायदों वाला सदाबहार पौधा प्राचीन समय से ही आयुर्वेद में अनेक प्रकार के इस्तेमाल किया है। यह बैंगनी रंग के फूल आपके स्थान की सुंदरता को बढ़ाने के लिए परफेक्ट है। रोजमेरी का पौधा अपने घर में लाएं और उसे धूप वाली जगह पर रखें, लेकिन ध्यान रहे कि उसमें ज्यादा पानी न डालें ।
स्नेक प्लांट (Snake Plant)
स्नेक प्लांट दिखने में बेहद आकर्षक होता है। इस पौधे का नाम स्नेक प्लांट (Snake Plant) इसकी बनावट की वजह से पड़ा है क्योंकि यह दिखने में बिलकुल किसी सांप की तरह होता है।आप को यह जान कर खुशी होगी की नासा ने भी इस पौधे को बहुत अच्छा एयर प्यूरीफायर बताया है। इस पौधे को बहुत ज्यादा धूप की जरूरत नहीं होती है साथ ही पानी भी इसमें कम ही दिया जाता है।इस पौधे की सबसे अच्छी बात यह होती है कि यह रात के समय ऑक्सीजन भी छोड़ता है। आप अपने घर के कोने को आकर्षक लुक देने के लिए एक बार स्नेक प्लांट पर विचार अवश्य करना चाहिए।आप इसे अपने कमरे या घर में बड़ी आसानी से लगा सकते हैं।
एलोवेरा (Aloe Vera)
आज कल सभी के गार्डन में आसानी से दिखने वाला पौधा विभिन्न लाभकारी गुणों से परिपूर्ण है, एलोवेरा आपके घर की हवा को शुद्ध तो करता ही है बल्कि यह हेल्थ, स्किन और बालों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है।
मुंह के छालों के इलाज में मददगार
कब्ज की समस्या दूर करने में
वजन कम करने में आए काम
यह शरीर की रोग – प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
एलोवेरा को आप घर के अंदर (indoor) या बाहर (outdoor) भी लगा सकते हैं। इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि इसको लगाने के बाद आपको इसकी ज्यादा केयर भी नहीं करनी पड़ती। एलोवेरा में रोजाना पानी देने की आवश्यकता भी नहीं होती है, इसे आप 3-4 दिन में एक बार पानी दे सकते हैं।